“रोनित रॉय के संघर्ष के दिन: जब जेब में नहीं थे पैसे और ढाबा मालिक ने कर दी मदद”

चंडीगढ़ न्यूज़-12 जुलाई: रोनित रॉय ने साझा की संघर्ष की कहानी: कभी दो रोटी और प्याज में गुजारना पड़ता था दिन

मशहूर अभिनेता रोनित रॉय ने हाल ही में अपने करियर की शुरुआत के दौरान झेले गए संघर्षों को लेकर खुलासा किया। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि आर्थिक तंगी के चलते उन्हें कई बार दिन में सिर्फ एक वक्त का खाना नसीब होता था। इतना ही नहीं, एक समय ऐसा भी आया जब उनके पास दाल खरीदने तक के पैसे नहीं थे।

रोनित रॉय, जिन्होंने ‘जान तेरे नाम’ (1992) से बॉलीवुड में डेब्यू किया था, उस वक्त बेहद कठिन हालात से गुजर रहे थे। इंडस्ट्री में पैर जमाना उनके लिए आसान नहीं था। उन्होंने बताया कि शुरुआती करियर में उन्हें काम मिलना बंद हो गया था क्योंकि उन्होंने खुद लोगों के पास जाकर काम मांगना बंद कर दिया था।

उन्होंने मुंबई के बांद्रा स्टेशन के पास एक प्रसिद्ध ढाबे का जिक्र किया, जहां वह रोजाना रात को खाना खाते थे। रोनित ने कहा, “मैं रोज रात को सिर्फ एक बार खाना खाता था – कभी काली दाल और दो रोटियां, तो कभी पालक पनीर और रोटियां। एक बार जब पैसे खत्म हो गए, तो मैंने सिर्फ दो रोटियां और प्याज मांगा, लेकिन ढाबे वाले भैया ने मुझे अपनी तरफ से दाल भी परोसी।”

बॉलीवुड में डेब्यू करने के बाद भी उनकी आर्थिक स्थिति में कोई खास सुधार नहीं आया। रोनित ने बताया, “पहली फिल्म के लिए मुझे 50 हजार रुपये मिले थे, वो भी 4 हजार की मासिक किश्तों में। उस वक्त वो रकम बड़ी लगती थी, लेकिन असल में इससे गुजारा ही हो पाता था।”

आज भले ही रोनित रॉय इंडस्ट्री में एक सफल नाम हैं, लेकिन उनका यह संघर्ष प्रेरणा देता है कि कठिनाइयों के बावजूद अगर हौसला कायम रहे तो मंजिल पाई जा सकती है।

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