चंडीगढ़ न्यूज़-24 जून: UPI से लेनदेन करने वाले करोड़ों ग्राहकों के लिए राहत की खबर है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) 15 जुलाई 2025 से चार्जबैक नियमों में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। अब अगर किसी UPI ट्रांजेक्शन के दौरान पैसा खाते से कट जाए लेकिन भुगतान न हो, तो ग्राहकों को तत्काल रिफंड मिलेगा। यानी लंबे इंतज़ार की झंझट खत्म।
नया क्या होगा?
✅ फेल ट्रांजेक्शन पर तुंरत रिफंड – अब फेल हुए लेनदेन में अगर राशि कट गई है तो यूजर को तुरंत उसका पैसा वापस मिलेगा।
✅ गलत UPI आईडी पर भेजे पैसे की रिकवरी आसान – यदि गलती से किसी गलत UPI नंबर पर पैसे भेज दिए गए हैं, तो यूजर बैंक से जल्द रिकवरी की मांग कर सकेगा।
✅ बैंकों को अधिक अधिकार मिलेंगे – बैंक अब NPCI की मंजूरी के बिना भी खारिज हुए चार्जबैक मामलों को दोबारा उठाने में सक्षम होंगे।
पुराने विवादों को भी मिलेगी राहत
नई प्रणाली के तहत पुराने और खारिज हो चुके चार्जबैक मामलों की भी दोबारा जांच हो सकेगी। ऐसे मामलों में भी समाधान की उम्मीद बढ़ गई है।
पहले क्या समस्या थी?
अब तक यदि चार्जबैक का अनुरोध एक बार अस्वीकृत हो जाता था, तो NPCI की सिस्टम उसे फिर से स्वीकार नहीं करती थी। बैंक को हर बार NPCI से अनुमति लेकर प्रक्रिया को दोबारा शुरू करना पड़ता था, जिससे काफी देरी होती थी।
ट्रांजेक्शन अब और तेज़
16 जून 2025 से NPCI ने UPI ट्रांजेक्शन की स्पीड भी बढ़ा दी है। पहले जहां भुगतान प्रक्रिया में 30 सेकंड तक लगते थे, अब यह महज 10-15 सेकंड में पूरी हो रही है। अप्रैल 2025 में ही NPCI ने सभी बैंकों और पेमेंट ऐप्स को सिस्टम अपग्रेड के निर्देश दिए थे ताकि ट्रांजेक्शन में कोई देरी न हो।