चंडीगढ़ न्यूज़-8 जुलाई: यूपी एटीएस को बड़ी चुनौती: छांगुर बाबा का फाइनेंसर मोहम्मद अहमद खान अब तक फरार
अवैध धर्मांतरण मामले में मुख्य आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की गिरफ्तारी के बाद अब यूपी एटीएस की नजर उसके फाइनेंसर और सहयोगी मोहम्मद अहमद खान पर टिकी है। अहमद खान को छांगुर बाबा गैंग का सबसे करीबी सदस्य बताया जा रहा है, जो उसके तमाम फाइनेंशियल लेन-देन को नियंत्रित करता है।
लखनऊ और बलरामपुर की पुलिस टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं, लेकिन अब तक खान की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वह लगातार अपने ठिकाने बदल रहा है, जिससे एजेंसियों को उसे पकड़ने में दिक्कत हो रही है।
मूल रूप से बलरामपुर का रहने वाला मोहम्मद अहमद खान एक शातिर अपराधी है, जिस पर कई जिलों में गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। सिर्फ फाइनेंशियल फ्रॉड ही नहीं, खान अवैध धर्मांतरण के लिए फंडिंग, फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए ज़मीन कब्जाने और संदिग्ध आतंकी गतिविधियों में भी शामिल बताया जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो खान पुणे के पिंपरी इलाके में करीब 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति का मालिक है। जांच में यह भी सामने आया है कि इस इलाके में उसने कथित तौर पर एक कट्टरपंथी प्रशिक्षण कैंप स्थापित कर रखा है, जहां लोगों को मुस्लिम कट्टरपंथी विचारधारा से जोड़ने और धर्मांतरण के लिए उकसाने का काम किया जाता है।
एजेंसियां फिलहाल उसकी गिरफ्तारी को प्राथमिकता दे रही हैं, क्योंकि उसे अवैध धर्मांतरण के पीछे की पूरी फंडिंग का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।