चंडीगढ़ न्यूज़-14 जुलाई: भारत में बुलेट ट्रेन का सपना अब जल्द होगा साकार, 2026-27 में गुजरात में शुरू होगा ट्रायल
देश की पहली हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन का ट्रायल 2026-27 में गुजरात में शुरू होने जा रहा है। रेलवे सूत्रों के अनुसार, इसके लिए जापान से अत्याधुनिक E10 शिंकानसेन ट्रेन आयात की जाएगी। ट्रायल की शुरुआत लगभग 50 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर होगी।
मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर (508 किमी) पर निर्माण कार्य तेजी से जारी है। यह रूट यात्रियों को सिर्फ 2 घंटे 20 मिनट में अहमदाबाद से मुंबई पहुंचाने की क्षमता रखता है। बुलेट ट्रेन की डिजाइन स्पीड 350 किमी/घंटा और ऑपरेशनल स्पीड 320 किमी/घंटा होगी।
इस कॉरिडोर पर दो तरह की ट्रेनें चलेंगी — एक प्रीमियम ट्रेन जो केवल 4 स्टेशनों पर रुकेगी और एक सामान्य ट्रेन जो सभी 12 स्टेशनों पर स्टॉप लेगी।
अन्य 6 रूट्स पर भी हाई-स्पीड ट्रेन की तैयारी
रेल मंत्रालय ने देश के छह और प्रमुख रूट्स पर बुलेट ट्रेन की संभावना तलाशनी शुरू कर दी है। इन रूट्स में शामिल हैं:
दिल्ली–अमृतसर
दिल्ली–वाराणसी–कोलकाता
मैसूर–चेन्नई
मुंबई–नासिक
मुंबई–नागपुर
दिल्ली–अहमदाबाद
इन सभी मार्गों पर फिज़िबिलिटी स्टडी शुरू कर दी गई है।
टनलिंग में बड़ी सफलता, BKC से शिलफाटा तक 2.7 किमी सुरंग तैयार
मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट के तहत 21 किलोमीटर लंबी सुरंग के निर्माण में अहम प्रगति हुई है। बीकेसी से शिलफाटा के बीच 2.7 किलोमीटर लंबा टनल सेक्शन पूरा हो गया है।
9 जुलाई को नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने बताया कि शिलफाटा और घनसोली के बीच बनाई जा रही इस सुरंग में अब तक 4.3 किलोमीटर खुदाई हो चुकी है।
इस सुरंग का 7 किलोमीटर हिस्सा समुद्र के नीचे (ठाणे क्रीक से होकर) जाएगा, जबकि कुल 5 किलोमीटर की खुदाई न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM) से और बाकी 16 किलोमीटर टनल बोरिंग मशीन (TBM) से की जा रही है।
प्रोजेक्ट साइट पर मानसून के बाद कार्य गति और तेज करने की योजना है, साथ ही सुरक्षा को लेकर अत्याधुनिक उपाय भी लागू किए गए हैं।