✅ भारतीय रेलवे की नई पहल: हर साल 3400 नॉन-एसी कोच होंगे तैयार
आम यात्रियों को राहत देने के लिए भारतीय रेलवे अब हर साल 3400 नॉन-एसी कोच, यानी स्लीपर और जनरल क्लास कोच का निर्माण करेगा। इससे अधिक सीटें उपलब्ध होंगी और यात्रा का अनुभव भी पहले से बेहतर होगा।
🚆 महंगे टिकटों से राहत, अब सस्ती यात्रा में मिलेगा आराम
जल्द ही यात्रियों को डायनेमिक या प्रीमियम किराए की मजबूरी नहीं झेलनी पड़ेगी। रेलवे की इस योजना के तहत कम किराए में आरामदायक यात्रा संभव होगी – बिना भीड़भाड़ के।
📊 95% यात्री नॉन-एसी में सफर करते हैं, अब मिलेंगी और सीटें
रेलवे के मुताबिक, 95 फीसदी यात्री नॉन-एसी क्लास में सफर करते हैं, लेकिन सीटों की संख्या सीमित होने से मारामारी रहती है। अब हर साल हज़ारों नए कोच जुड़ने से यह समस्या कम होगी।
🏭 इन फैक्ट्रियों में हो रहा निर्माण
चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) और रायबरेली की मॉडर्न कोच फैक्ट्री (RCF) में नॉन-एसी कोचों का निर्माण तेज़ी से किया जा रहा है। इस साल के अंत तक ये कोच ट्रेनों में शामिल हो जाएंगे।