भारत-यूके FTA लागू: झींगा मछली उत्पादकों के लिए खुला ₹50,000 करोड़ का ब्रिटिश बाजार
भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) ने गुरुवार को ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर दस्तखत कर दिए हैं। इस डील के लागू होते ही दोनों देशों के बीच होने वाले व्यापार पर आयात शुल्क (टैरिफ) लगभग पूरी तरह से खत्म हो गया है।
इसका सबसे बड़ा फायदा भारत के झींगा मछली उत्पादकों को मिलेगा, जो हर साल UK को 50,000 से 70,000 टन फ्रोजेन श्रिम्प का निर्यात करते हैं।
इन दो राज्यों को मिलेगा सबसे ज्यादा लाभ
FTA के लागू होने से सबसे अधिक फायदा आंध्र प्रदेश और ओडिशा को होगा।
आंध्र प्रदेश देश के कुल झींगा उत्पादन का 50–60% हिस्सा अकेले देता है।
ओडिशा में यह हिस्सा 20% से अधिक है।
UK के करीब ₹50,000 करोड़ के समुद्री उत्पाद बाजार में अब भारतीय झींगा को जीरो टैरिफ पर एंट्री मिलेगी, जिससे इन दोनों राज्यों को निर्यात में जबरदस्त बढ़त मिलने की उम्मीद है।
अभी तक कितना था टैरिफ?
FTA से पहले UK भारत के समुद्री उत्पादों पर 8.5% तक का टैरिफ लगाता था। लेकिन अब यह पूरी तरह खत्म हो जाएगा, जिससे भारतीय उत्पादों की कीमत प्रतिस्पर्धी बनेगी और निर्यातकों को सीधा लाभ मिलेगा।
भारत से झींगा निर्यात का आंकड़ा
वित्त वर्ष 2023-24 में भारत ने कुल 7.16 लाख टन झींगा मछली निर्यात की, जो समुद्री उत्पादों के कुल निर्यात का 40% मात्रा में और 66% मूल्य में हिस्सा था।