चंडीगढ़ , 14 जून 2025 — 12 जून को देश ने एक और विमान हादसे की दर्दनाक तस्वीर देखी। अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ़ के कुछ ही मिनटों में मेघानीनगर के घनी आबादी वाले क्षेत्र में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
विमान में 232 यात्री और 10 क्रू मेंबर सवार थे। हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 33 स्थानीय निवासी भी शामिल थे। सिर्फ एक यात्री चमत्कारिक रूप से जीवित बचा।
पायलट ने टेकऑफ़ के बाद “Mayday” कॉल दी थी, जो किसी भी विमान के संकट में होने का अंतरराष्ट्रीय संकेत होता है। लेकिन उसके कुछ ही क्षणों में संपर्क टूट गया और विमान जलती हुई चिंगारियों के साथ ज़मीन पर आ गिरा।
🇮🇳 क्या यह पहली बार हुआ है? नहीं — भारत का आसमान कई बार मातम में डूबा है।
भारत में इससे पहले भी कई भयावह विमान हादसे हुए हैं, जिन्होंने देश को झकझोर कर रख दिया। यह रहे अब तक के 10 सबसे बड़े विमान हादसे:
- चरखी दादरी (हरियाणा) – 12 नवंबर 1996
सऊदी और कज़ाकिस्तान एयरलाइंस के दो विमान हवा में टकरा गए।
👉 मौतें: 349
👉 वजह: संचार की विफलता और ऊंचाई के निर्देशों का उल्लंघन
👉 यह भारत का अब तक का सबसे घातक विमान हादसा है।

- मुंबई एयर इंडिया हादसा – 1 जनवरी 1978
‘सम्राट अशोक’ नाम का बोइंग विमान मुंबई से दुबई के लिए उड़ान भरने के बाद अरब सागर में गिर गया।
👉 मौतें: 213
👉 कुल यात्री: 190 + 23 क्रू
👉 पूरी फ्लाइट जल समाधि में तब्दील हो गई।
- मंगलुरु एयर इंडिया एक्सप्रेस – 22 मई 2010
दुबई से आई फ्लाइट 812 रनवे से फिसलकर खाई में गिरी।
👉 मौतें: 158
👉 वजह: रनवे पर ब्रेकिंग में देरी, टेबलटॉप रनवे से बाहर निकलना
👉 सिर्फ 8 लोग बचे।

- अहमदाबाद इंडियन एयरलाइंस IC-113 – 19 अक्टूबर 1988
कम विजिबिलिटी में लैंडिंग के दौरान फ्लाइट क्रैश हो गई।
👉 मौतें: 133
👉 बचने वाले: केवल 2
👉 इस हादसे ने भारत में लैंडिंग सिस्टम की स्थिति पर सवाल उठाए थे।
- कोझिकोड एक्सप्रेस फ्लाइट 1344 – 7 अगस्त 2020
भारी बारिश के चलते फ्लाइट रनवे पर नहीं रुक पाई और दो हिस्सों में टूट गई।
👉 मौतें: 21
👉 यह हादसा बारिश में उड़ान संचालन की नीति पर बहस का कारण बना।
- मुंबई फ्लाइट हादसा – 12 अक्टूबर 1976
फ्लाइट में आग लगने के कारण पायलट ने रनवे पर वापस लौटने की कोशिश की, लेकिन क्रैश हो गया।
👉 मौतें: 95
- जयपुर एयर इंडिया हादसा – 5 जनवरी 1973
बोइंग विमान जयपुर हवाई पट्टी के पास क्रैश हुआ।
👉 मौतें: 86
- कानपुर एयरफोर्स चार्टर – 11 अप्रैल 1963
सैन्य विमान में रक्षा मंत्री लाल बहादुर शास्त्री के करीबी अधिकारी सवार थे।
👉 मौतें: 8 वरिष्ठ अधिकारी
👉 यह हादसा नीति-निर्माण स्तर पर बड़ा झटका था।
- पठानकोट मिग क्रैश – विभिन्न वर्षों में
हालांकि सैन्य विमान हादसे आम नागरिक विमान हादसों से अलग हैं, लेकिन पठानकोट क्षेत्र में लगातार मिग विमान दुर्घटनाएं सुरक्षा चिंताओं का संकेत रही हैं।
- अहमदाबाद एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 – 12 जून 2025
👉 मौतें: 241 (232 विमान यात्री + 33 स्थानीय नागरिक)
👉 बचने वाले: सिर्फ 1
👉 भारत के हालिया इतिहास का सबसे दिल दहला देने वाला हादसा
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✍️ सवाल वही है: क्या हम अब भी सबक लेंगे?
हर हादसे के बाद जांच होती है, रिपोर्ट बनती है, लेकिन निष्कर्ष शायद सिर्फ फाइलों तक सीमित रह जाते हैं। अहमदाबाद का हादसा हमें एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि भारत में:
क्या रनवे से जुड़े जोखिमों को पर्याप्त गंभीरता से लिया जाता है?
क्या हमारे ATC अधिकारी और पायलट अत्यधिक कार्यभार और थकान का शिकार हैं?
क्या आपातकालीन प्रशिक्षण और जवाबदेही तंत्र वास्तव में सक्रिय हैं?
…🧭 न्यूज़ नेक्स्ट की ओर से अपील:
अब वक्त आ गया है कि हवाई सुरक्षा को ‘नियमन’ नहीं, ‘संवेदनशीलता’ से जोड़ा जाए।
हर जान की कीमत होती है — और हर उड़ान में कोई न कोई किसी का बेटा, बेटी, मां, पिता या जीवनसाथी होता है।